अगले एकेडमिक ईयर से क्लास 3 और 6 के सिलेबस में बदलाव होने जा रहा है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) के अधिकारियों ने ये जानकारी दी। नए सिलेबस के हिसाब से किताबों के पैटर्न में भी बदलाव होने जा रहा है। 1 अप्रैल से नया सेशन शुरू होना है। इससे पहले नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग यानी NCERT नए सिलेबस के हिसाब से किताबें जारी कर देगा।
क्लास 6 के लिए शुरू किया जाएगा ब्रिज कोर्स
NCERT के मुताबिक नए सिलेबस के हिसाब से किताबें तैयार की जा रही हैं। जल्द ही ये स्कूलों तक पहुंच जाएंगी। इसके अलावा क्लास 6 के लिए अलग से ब्रिज कोर्स और क्लास 3 के लिए गाइडलाइन भी बनाई जाएगी। दरअसल, क्लास 3 स्कूलों में प्रिपरेटरी स्टेज का पहला साल होता है और क्लास 6 से मिडिल स्कूल की शुरुआत होती है। ये दोनों स्टेज बच्चों की पढ़ाई के फाउंडेशन को मजबूत करते हैं।
टीचर्स को भी दी जाएगी नए सिलेबस के लिए ट्रेनिंग
CBSE के एकेडमिक्स डायरेक्टर जोसेफ एमैनुअल ने कहा कि सिलेबस में बदलाव करने से न्यू करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF, 2023) को बेहतर तौर पर समझने और टीचिंग-लर्निंग प्रोसेस में ढलने में बच्चों को आसानी होगी। न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP,2020) के मुताबिक स्कूलों के हेड और टीचर्स को भी नए सिलेबस से इंट्रोड्यूस कराया जाएगा और टीचिंग प्रोसेस से जुड़ी ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
न्यू एजुकेशन पॉलिसी के हिसाब से बदला गया है सिलेबस
क्लास 3 और 6 के सिलेबस और किताबों में NEP यानी न्यू एजुकेशन पॉलिसी और NCF को देखते हुए बदलाव किए गए हैं। NCF न्यू एजुकेशन पॉलिसी का ही हिस्सा है। 2023 में NCF यानी नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क में पांचवीं बार बदलाव किया गया। पिछले साल शिक्षा मंत्रालय ने NCF, 2023 का नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। इससे पहले 1975, 1988, 2000 और 2005 में NCF में बदलाव हुए हैं।
खिलौने, कलर-बुक्स के साथ पढ़ाई को मजेदार बनाएं : CBSE
इसके अलावा CBSE ने NCF-SE यानी नेशनल करिकलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन (2023) के हिसाब से नई भाषाओं को सीखने, आर्ट इंटीग्रेटेड एजुकेशन, एक्सपेरिमेंट्स के साथ सीखने पर जोर देने के निर्देश भी दिए हैं। वहीं, फाउंडेशनल स्टेज यानी क्लास 1-3 के लिए खिलौने, पजल, कठपुतली, पोस्टर्स, फ्लैश कार्ड्स, वर्कशीट, स्टोरीबुक्स के साथ पढ़ाई को मजेदार बनाने को कहा है।