विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के आधार कार्ड नहीं बनने की समस्या से निजात मिलने जा रही है। अब सरकारी स्कूलों में ही अध्ययनरत बच्चों के आसानी से आधार कार्ड बन सकेंगे। राज्य सरकार ने मोबाइल टीमों के जरिए स्कूलों में ही आधार कार्ड बनाने का निर्णय किया है। ऐसे में सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के आधार कार्ड बनाने, अपडेशन करने के लिए अभिभावकों को अब यहां-वहां भटकने की जरूरत नहीं रहेगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए रूट चार्ट तय कर दिए हैं। प्रत्येक ब्लॉक में दो मोबाइल टीम कार्य करेगी।
मोबाइल टीम को शिक्षा विभागीय अधिकारी रूट चार्ट बना कर देंगे, जिसके अनुसार टीम तय तिथि को संबंधित विद्यालय में पहुंच कर बच्चों के आधार बनाएगी व अपडेट करेगी। प्रदेश के 295 ब्लॉक में 590 आधार एनरोलमेंट व अपडेशन किट के माध्यम से यह काम होगा। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक डॉ. टी. शुभमंगला ने आदेश जारी किया है। इस योजना के तहत जिन ब्लॉकों में आधार एनरोलमेंट किट की सप्लाई हुई है वहां आधार सेवा केंद्रों का संचालन सोमवार से शनिवार विद्यालय समय पर संचालित होगा।
जरूरत पड़ने पर संस्था प्रधान की सहमति से रविवार व अवकाश के दिन भी खुलवाया जा सकेगा। आधार के माध्यम से इन योजनाओं का मिलता है लाभ: आधार कार्ड अब हर व्यक्ति की एक तरह से जरूरत बन गया है। प्रत्येक कार्य में आधार की अनिवार्यता है। विद्यालयों में भी बच्चों के आधार कार्ड का इंद्राज जरूरी होता है, जिसके आधार पर मिड-डे मील, छात्रवृत्ति या अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हें मिलता है। इसके बावजूद भी शत-प्रतिशत आधार अपडेशन नहीं हो पा रहा है। नई व्यवस्था से विद्यार्थियों को लाभ मिल सकेगा
बनने के बाद तत्काल ही मिलेंगे
सरकार ने बच्चों के आधार कार्ड बनाने के लिए मोबाइल आधार सेवा केंद्र शुरू किए हैं, इनमें आधार एनरोलमेंट किट होगा। मोबाइल टीम के सदस्य स्कूलों में पहुंच कर हाथों हाथ आधार कार्ड बनाने व संशोधन करने का काम करेंगे। आधार बनने के बाद विद्यालयों की ओर से विद्यार्थियों की आधार संख्या शाला दर्पण पोर्टल पर अपलोड की जाएगी ताकि सारे काम सहुलियत से हो सके।