Google Ad Manager क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करें

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Google AdSense के बारे में तो आपको पता ही होगा
और आप इसका इस्तेमाल भी कर रहे होंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि
 google
ad manager kya hai
 
और क्या आपने इसका उपयोग किया है? आज नहीं तो चिंता मत करो, आज के इस आर्टिकल में गूगल ऐड
मैनेजर के बारे में विस्तार
 से बताऊँगा। ये आर्टिकल सबके लिए useful
होगा। भले ही आप अभी ad
manager use
कर रहे है या पहली बार करने वाले
है। तो चलिए जानते है
What is Google Ad Manager and How
to Use It in Hindi?

अगर आप google
adsense publisher
है और सोच रहे
है कि मैं
google ad manager का इस्तेमाल क्यूँ करू? तो मैं आपको बता दु के आप google
ad manager
के द्वारा google
adsense
से कहीं ज्यादा earning
कर सकते हो।

Google ad manager PPC network के लिए बहुत ही अच्छा प्लेटफॉर्म है, मगर इसका सही से इस्तेमाल करना आपको
आना चाहिए। इसे समझने के लिए आपको
step by step इसके बारें मे जानना होगा।

इंटरनेट पर बहुत ही कम जानकारी इसके बारें मे उपलब्ध है और है भी तो जटिल है।
इसीलिए आज मैं आपको सरल भाषा मे इसके बारें मे बताऊँगा, ताकि आप सबको आसानी से सबकुछ समझ
आ सकें।

तो बिना देरी के सीधा बात करते
है
google ad manager के बारे में। सबसे पहले हम जानेंगे कि google
ad maanger kya hai, what is google ad manager in hindi?

Google Ad Manager क्या है? (What is Google Ad
Manager in Hindi)

Google ad manager एक ad exchange platform है जिसे 27 june, 2018 में google ने introduce
किया था। यह Google
की DoubleClick
for Publishers (DFP)
और Ad
Exchange (AdX)
की दो पूर्व सेवाओं की सुविधाओं
को जोड़ता है।

Google Ad Manager के माध्यम से आप Google Adsense, Ad Exchange, AdMob इत्यादि का इस्तेमाल एक साथ एक
प्लेटफॉर्म से कर सकते हो। यानि कि आप अपनी
website, mobile application के ads को single
platform
से manage
कर सकते हों।

इसके दो (free
and paid) version
है जो कि
निम्न है।

·        
Google Ad Manager (Free)

·        
Google Ad Manager 360 (Paid)

Google Ad Manager इस ऑनलाइन विज्ञापन प्रबंधन सॉफ़्टवेयर (online
ad management software)
का निःशुल्क संस्करण (free vserion) है और small
businesses
के लिए recommend
किया जाता है। वहीं,
google ad manager 360
इसका paid
version
है जो कि big
size business
के लिए हैं।

सरल भाषा में बोले तो अगर आप blogger
है और आप google
adsense publisher
है तो आप google
ad manager
इस्तेमाल कर सकते हैं।

Google Ad Manager विज्ञापनदाताओं (advertisers), प्रकाशकों (publishers) और विज्ञापन सर्वरों (ad
servers)
के लिए इन्वेंट्री (inventory)
का प्रबंधन करता है। Advertiser
अपनी ad
creative
की inventory
को manager
करने में सक्षम होते हैं।

वहीं,
publisher
अपनी ad
space inventory
को प्रबंधित करने में सक्षम होते
हैं
, और विज्ञापन सर्वर प्लेटफ़ॉर्म
का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए कर सकते हैं कि कौन सा विज्ञापन प्रस्तुत करना
है और इसे कहाँ प्रस्तुत करना है।

आपको ये भी पता होना चाहिए कि ये
google ad manager कैसे work करता है। तो
यहाँ पर मैं आपको बहुत ही
simple words में समझने की कोशिश करूंगा।

चलिए अब इसे सरल भाषा में समझते
है
,

Google ad manager ad exchange यानि कि ads का आदान-प्रदान करने का कार्य करता हैं। जिसमें आप mostly
2 type
के ad चला सकते हो।

·        
Google AdSense

·        
Thirdy Party Networ Ads (means House Ads)

आप अपने google
adsense account
को google
ad manager
से connect
करके adsense
ads run
कर सकते हो। साथ ही आप अपने खुद
के
ads भी run कर सकते हो।

इसके लिए आप google
ad manager
में orders
and line items
का option
मिलता हैं। जिसकी मदद से आप अपने
YouTube channel, अन्य website या फिर किसी
भी
third party (जो google ad policy follow करती हो) के ads run कर सकते हो।

अब इसका सबसे अच्छा benefit
ये है कि आप adsense
और third
party ads
को एक साथ run कर सकते हो और ये तय कर सकते हो
कि कब
, कहा और कैसे कौनसा ad दिखना चाहिए।

Google adsense unfilled impression का ये best solution है, जिसमे कि जब आपकी साइट पर adsense
ads show
न हो तो स्वत: ही thirdy
party
यानि आपके अन्य ad
run
होंगे।

आपने बहुत बार देखा होगा कि कई
बार आपकी साइट के
pages पर adsense
ad show
नहीं होते है सिर्फ blank
space show
होता है। ये तब होता है जब आपकी
साइट के उस
page के content
के लिए कोई ad
available
न हो। इसकी जगह पर आप खुद के ad
show
कर सकते है।

For example, आप amazon ads, ad exchange ads, house ads या अन्य किसी third party का ad
run
कर सकते हो जो सिर्फ adsense
ads
उपलब्ध न होने पर ही show
होंगे।

Google adsense और google ad manager में क्या difference है, ये जानने के लिए आपको ये पता
होना जरूरी है कि ये दोनों क्या है
, अगर आप इन दोनों के बारे में जानते है तो चलिए मैं आपको
बताता हु कि इन दोनों में कुआ फ़र्क है
?

·        
Google ad manager ad platform है जबकि google
adsense ad network
हैं।

·        
Google adsense में केवल ad unit create कर सकते है जबकि ad
manager
में own
ads, third party ads
भी create कर सकते हैं।

·        
Google adsense केवल google ads survery करता है जबकि ad
manager
मैं आप किसी अन्य ad
network
के ad भी provide
करा सकते हैं।

·        
Google adsense से केवल आप website पर ad
run
कर सकते है जबकि ad
manager
से आप website
+ application
पर ad
show
करा सकते हों।

·        
Google ad manager में आप third party ads की मदद से earning
maximize
कर सकते हो जबकि adsense
में एस नहीं कर
सकते।

·        
Google ad manager में आप direct advertiser से payment
के सकते हो, जिससे कि आपको google
को 32%
revenue
नहीं देना पड़ता हैं।

चलिए अब tables
से इनका difference
जान लेते है।

Differences between
Google Ad Manager vs Google AdSense:

Difference

Google
Ad Manager (ad platform)

Google
AdSense (ad network)

Inventory types available

Web + App

Web

Use other ad networks or
negotiate directly-sold ads

Yes

No

Just tag pages to see ads

Yes, if you allow AdSense to
show through Ad Manager

Yes

Make AdSense network compete
with other ad networks to maximize revenue

Yes

No

Consistent reporting across
all ad serving activities

Yes

N/A

Google manages payments to you
and billing your advertisers or collecting payable amounts from ad networks

Yes, for Authorized Buyers,
bidding, and transactions through Programmatic Direct.

No, for traditionally negotiated line items, payments to you come directly
from your advertisers or ad networks and you manage billing and collection

Yes

अब आपको google
ad manager
क्या है और ये कैसे काम करता है?
google ad manager and google adsense
में क्या अंतर है? ये सब समझ या गया होगा। अगर नहीं तो आप नीचे कमेन्ट करके अपना सवाल
पुछ सकते हो।

तो चलिए अब जानते है कि google
ad manager ka istemal kaise kare, google ad manager use kaise kare, how to use
google ad manager in hindi?

Google ad manager का इस्तेमाल करने से पहले आपको इसके dashboard
के structure
यानि इसके features
के बारे में जानना होगा।

इसमें कई सारे features
मिलते है लेकिन आपको main
2 features
की जानकारी होना जरूरी हैं।

·        
Delivery

·        
Inventory

तो चलिए अब मैं आपको विस्तार से step-by-step
इनके बारें में समझाता हु। सबसे
पहले हम
inventory के बारे में जानेंगे।

1. Inventory

Google ad manager का inventory section बिल्कुल adsense के ad
unit section
की तरह है, जिसमे आपको निम्न options
मिलते हैं।

·        
Ad
units
: यहाँ पर आप ad
unit create
कर सकते हो।

·        
Apps: यहाँ पर आप अपने apps
को add कर सकते हो।

·        
Sites: यहाँ पर आप अपनी sites
को add कर सकते हो।

·        
Key-values: यहाँ targeting
key value add
कर सकते हो।

·        
Targeting-presents: यहाँ targeting
presents set
कर सकते हो।

·        
Traffic
explorer
: यहाँ traffic
data explore
कर सकते हो।

·        
Traffic
forecast
: यहाँ historical
traffic data
देख सकते हो।

·        
Network
settings
: यहाँ सभी inventory
के लिए settings
manage
कर सकते हो।

·        
Protections: इसमे आपको ad
content, competition, inventory exclusion
के options
मिलते हैं।

सबसे पहले हम ad
manager
के inventry
>> ad units section
के बारे में बात करेंगे, तो यहाँ पर आप ad unit create कर सकते हो। ad
unit create
करते टाइम निम्न step
follow
करने होते है।

Inventory >> ad units required fields:

·        
Settings: इसमे आपको ad
unit name typle
करना हैं।

·        
Sizes: इसमें आपको ad
size like 300×250, 336×280 set
करना है।

·        
Targeting
Window
: इसमें _blank
सेट करना है ताकि ad
click new window
में open
हो।

·        
AdSense:
Maximize revenue
वाला ऑप्शन enable
करना है ताकि adsense
ads show
हो।

2. Delivery

Google ad manager के delivery section में आपको own ads, third party ads create करने का option मिलता है। जिसमें निम्न sections है।

·        
Orders: इसमे आपको ad
network
और उनकी details
enter
करनी होती है। ये third
party order
के हिसाब से होता
है। अगर आपको अपने खुद के
ad run करने है तो आप house ad select कर सकते है।

·        
Line
Items
: Orders के अंदर आपको line item create करना होता है। जिसमे
आपको
ad size, ad time और ad targeting set करनी होती है, मतलब कि आपको किस ad
unit
पर ये ad
run
करना है वो select
करना होता है।

·        
Creative: ये third
party ad unit create
करने का section हैं, जिसमे आप script,
html, image
के द्वारा ad
create
कर सकते है, ये line
item
के अंदर add करना होता है।

·        
Native: यहाँ पर आप native
ad create
कर सकते हैं।

·        
Delivery
Tools
: इसमे आपकी कुछ tools
मिलते है, जिनसे विज्ञापन का
निरक्षण कर सकते है।

यहाँ पर 3
options orders, line items, creative important
है जो कि एक दूसरे के साथ combine
हो कर काम करते है। जो कि हम ऊपर
बता चुके हैं।

सिम्पल भाषा में बोले तो orders
का उपयोग advetiser
select
करने और line
item
का उपयोग ad
size, ad time
और ad
targeting
के लिए होता है,
creative option ad unit create
करने के लिए हैं।

यानि कि ये निम्न तरीके से काम
करते है
orders >> line items >> creatives मगर आप चाहे तो create
पहले create
करके उन्हे line
items
में शामिल कर सकते हो।

creative ads तभी show होंगे जब adsense
ads available
न तो। आप चाहे तो creative
setting
में ये change
कर सकते है।

Google AdSense

को Google Ad Manager से Connect
कैसे करे?

Google adsense account को ad manager से connect करने के लिए
आपको एक
step follow करने की जरूरत हैं। जब भी आप ad unit create करे तो उसमें एक ऑप्शन होता है AdSense
का जिसके सामने Maximise
revenue of unsold inventory with AdSense
लिखा होता है। इस ऑप्शन को enable
रखना है।

आप चाहे तो Inventory
>> network settings
में जा कर इस option को enable कर सकते है ताकि हर बार ad unit create करते टाइम इसे tick
न करना पड़ें।

Google ad manager से payment कैसे मिलेगा? ये एक महत्वपूर्ण सवाल है जो
मुझसे कई
bloggers पुछ चुके है, तो चलिए मैं आपको इसका सरल जवाब दे देता हूँ।

दरअसल google
ad manager
में billing
का option
न मिलने पर publisher
को ये confusing
होती है, और जब वो google
में इसके बारें में search
करता है तो उसे “Ad
Manager billing setup”
की जानकारी google
support page
यानि official
page
पर मिल जाती हैं, जो कि निम्न प्रकार है।

To set up your form
of payment:

·        
Sign
in
 to Google Ad Manager.

·        
Click Billing > PaymentsThe
“Payments” tab is selected by default
.

·        
Click Add payment methodIf
there are existing forms of payment, you may need to click Manage
payment methods
 first and then click Add
payment method
.

·        
Select the account type and enter your account information.

·        
Click Save.

·        
If desired, you can add multiple payment methods.

आपको बता दु कि google
ad manager
में ये billing
details add
करने कि जो settings
है ये केवल google
ad manager 360
यानि paid
version
में available
होती है।

Google ad manager के free version में billing section नहीं होता है। google ad manager की payment आपको adsense वाले payment address पर ही मिलेगी। यानि आपको अलग से कुछ भी करने की जरूरत
नहीं हैं।

निष्कर्ष,

इस आर्टिकल में मैंने आपको google
ad manager kya hai, google ad manager work kaise karta hai, google ad manager
use kaise kare, google ad manager and adsense mein kya differnece hai, google
ad manager payment kaise milti hai?
इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया है।

अगर अभी भी आपको कुछ समझ नहीं
आया हो तो आप नीचे
comment करके अपना
सवाल पुछ सकते हो।

अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे दूसरे लोगों के साथ शेयर जरूर करे ताकि
वो भी इसके बारे में जान सके। धन्यवाद!

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