किताबों से जानिए, कैसे ईमानदारी खुशियां लाती है, क्यों बड़े लक्ष्य के लिए छोटी शुरुआत महत्वपूर्ण हो जाती है ?
विश्वास करेंगे तभी सकारात्मक सोचेंगे
जब आप विश्वास करते हैं कि कोई काम आपके लिए असंभव है, तो आपका दिमाग सिद्ध कर देता है कि वह क्यों असंभव है। परंतु जब आप विश्वास करते हैं कि कोई काम किया जा सकता है तो आपका दिमाग आपके लिए उस काम में जुट जाता है और उसको करने के तरीके तलाशने लगता है। यह विश्वास कि कोई काम किया जा सकता है सभी रास्ते खोल देता है। (पावर ऑफ पॉजिटिव थिंकिंग)
अपरिपक्वता की निशानी है अनावश्यक क्रोध
क्रोध कमजोरी की निशानी है। ये अपरिपक्वता और नियंत्रण की कमी दर्शाता है। जो हर वक्त नाराज होता है, वह उस बच्चे की तरह प्रतिक्रिया करता है जिसमें आत्म-अनुशासन या आत्म-संयम नहीं है। अपने गुस्से को काबू में रखें और धैर्यवान बनने का प्रयत्न करें। जब आप गुस्सा होते हैं और इससे बाहर निकालने के लिए कुछ नहीं करते, तो यह बढ़ता जाता है। (स्टॉप वरीइंग एंड स्टार्ट लिविंग)
जीवन में ईमानदारी बरतेंगे तो खुश रहेंगे
व्यक्ति की पहचान इस बात से नहीं होती कि वह क्या बोलता है, बल्कि इस बात से होती है कि वह क्या करता है। कामयाबी और खुशी के लिए जरूरी है कि आप अपने संपर्क में आने वाले हर व्यक्ति के प्रति ईमानदार रहें, निजी जिंदगी में भी और काम में भी। लोग आपकी उस वक्त सबसे ज्यादा इज्ज़त करेंगे और मदद भी करेंगे, जब आप एक सच्चे व्यक्ति के तौर पर अपनी पहचान हासिल कर लेंगे। (पावर ऑफ पॉजिटिव एटिट्यूड)
बड़े नतीजे हासिल करने हैं तो छोटी शुरुआत करें
बड़े लक्ष्य जैसे- रोज एक घंटा ध्यान करना या पढ़ने के लिए समय निकालना भारी लगता है तो छोटी आदतों पर ध्यान दें। कुछ सेकंड ध्यान करें या सोने से पहले 30-40 लाइनें पढ़ें। कुछ करते हुए किताब की 30-40 पंक्तियां पढ़ लें। कॉफी ब्रू हो रही है तब तक मेडिटेट करें। जिससे पता रहे कि आपने कौन-से काम कर लिए हैं। अपनी छोटी आदतें बढ़ा लें। छोटे से शुरुआत करके बड़े नतीजे हासिल कर सकते हैं। (टु अचीव बिग गोल्स स्टार्ट विद स्मॉल हैबिट्स)